Germany Visa for Indians 2025: जहां USA लगातार अपने वीजा प्रक्रिया को सख्त और खराब करता जा रहा है वहीं जर्मनी ने भारतीय यात्रियों छात्रों और पेशेवरों के लिए अपने दरवाजे पहले से ज्यादा व्यापक रूप से खोल दिए हैं। जी हां, जर्मनी ने न केवल वीजा सुधार कार्य को आसान बनाया है बल्कि भारतीय लोगों के लिए संभावनाओं के नए द्वार भी खोल दिए हैं। इस नई पहल की वजह से भारत जर्मनी के बीच संबंध पहले से बेहतर हो रहे हैं। जर्मनी की इस पहल की वजह से भारतीयों को अपनी प्रतिभा दिखाने का नया अवसर भी मिल रहा है। हालांकि इससे पहले भारतीय उस Visa के लिए लालयीत रहते थे परंतु जर्मनी की इस नए इनीशिएशन की वजह से आने वाले समय में भारतीय अब जर्मनी को प्राथमिकता देंगे।
Germany Visa for Indians 2025: जर्मनी में भारतीयों के लिए अवसर
जहां जर्मनी ने भारतीयों के लिए वीजा प्रक्रिया को आसान (Germany Visa Process for Indians 2025) कर दिया है वहीं दूसरी ओर जर्मनी ने भारतीय छात्रों पर्यटकों और बिजनेसमैन के लिए विभिन्न प्रकार के इनीशिएटिव भी चलाए जा रहे हैं इसके अंतर्गत निम्नलिखित अवसर भारतीय प्राप्त कर सकते हैं
- जर्मन शिक्षा प्रणाली विश्व की अग्रणी शिक्षा प्रणालियों में से एक मानी जाती है, तकनीकी इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटीज में भारतीय छात्र बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं यहां शिक्षा लगभग निशुल्क होती है वहीं छात्रों को पढ़ाई के बाद नौकरी खोजने का अवसर भी दिया जाता है।
- इसके अलावा जर्मनी भारतीय पेशेवरों ,अनुभव को ब्लू कार्ड और स्किल वीजा भी प्रदान करती है, नए वीजा नियमों के अनुसार अब ज्यादा लोगों को इस काम के लिए यहां वीजा दिया जाएगा।
- इसके अलावा जर्मनी का इकोसिस्टम स्टार्टअप के लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद है जिसके चलते इनोवेशन और इंटरनेशनल टैलेंट को फंड और नेटवर्क दोनों ही मुहैया कराया जाता है।
- इसके अलावा यदि कोई व्यक्ति जर्मनी में परमानेंट रेजिडेंसी हासिल करना चाहता है तो उन्हें भी यहां लाभ मिलता है।

जर्मनी ने वीजा को लेकर कौन सी सुविधा उपलब्ध करवाई है?
पिछले कुछ समय में जर्मनी ने वीजा को लेकर नहीं नीतियां जिसमें निम्नलिखित अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं
- जर्मनी अब रीमोंसट्रेशन की प्रक्रिया को समाप्त करने वाला है मतलब अब 1 जुलाई 2025 से रीमोंसट्रेशन प्रक्रिया समाप्त हो जाएगी और वीजा प्रक्रिया पहले से ज्यादा जल्द और सुगम होने लगेगी और अस्वीकृति की स्थिति में पुनः आवेदन किया जा सकेगा ।
- कुशल भारतीयों के वीजा कोटा में भी वृद्धि की जा रही है अर्थात पहले जर्मनी में कुशल श्रमिकों को केवल 20000 वीजा दिए जाते थे जिसकी सीमा को अब 90000 किया गया है, बता दे वर्तमान में 1.37 लाख भारतीय जर्मनी में पेशेवर रूप से कम कर रहे हैं।
- शेंगेन वीजा की प्रक्रिया में भी जर्मनी सुधार करने वाला है, आने वाले समय में यूरोपीय संघ भारतीय यात्रियों के लिए शेंगेन वीजा में नियम को बदलने वाला है जिसके चलते अब 5 साल के बहु प्रवेश वीजा उपलब्ध कराए जाएंगे।
- इसके अलावा जर्मनी में अब वीजा आवेदन प्रक्रिया को डिजिटल बनाया जा रहा है ताकि आवेदक कम कागजी कार्यवाही और सुविधाजनक तरीके से वीजा प्राप्त कर सके।
- साथ ही जर्मनी में पर्यटकों को विशेष यात्रा पैकेज प्रदान किया जा रहे हैं जिससे जर्मन सरकार संस्कृत अनुभवों को केंद्रित कर यात्रियों को आमंत्रित कर रहे हैं।
जर्मनी सरकार द्वारा वीजा की नीति से क्या होने वाला है?
भारत-जर्मनी ने वर्ष 2022 में कंप्रिहेंसिव माइग्रेशन एंड मोबिलिटी पार्टनरशिप पर हस्ताक्षर किए थे जिसके चलते जर्मनी और भारत अध्ययन शोध और कार्यों के अवसर को बढ़ा रहे हैं। इसी के वजह से करीबन 3000 छात्रों को 18 महीने की विस्तारित निवास अनुमति भी दी जा रही है जिसे जर्मनी और भारत के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान सुनिश्चित हो पा रहा है।
जर्मनी सरकार द्वारा इस नये वीजा कार्यो से भारत को निम्नलिखित लाभ मिलने वाले हैं
- तेज पारदर्शी वीजा प्रक्रिया
- शेंगेन वीजा में सहूलियत
- डिजिटल वीजा प्रणाली से वीजा प्राप्त करना आसान
- ज्यादा से ज्यादा पर्यटक अब US या अन्य देशों की बजाय जर्मनी जाने की कोशिश करेंगे।
निष्कर्ष
कुल मिलाकर भारत के लिए यह एक सुनहरा अवसर साबित होने वाला है जहां भारत जर्मनी के साथ मिलकर नए संबंधों की शुरुआत कर सकता है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने का मौका प्राप्त कर सकता है। इसके अलावा अब भारतीय छात्रों को जर्मनी में विश्वस्तरीय शिक्षा हासिल करने का भी मौका मिलेगा। साथ ही भारत अब जर्मनी के छात्रों और विशेषज्ञों को भारत में भी आमंत्रित कर सकता है। कुल मिलाकर इस नए मौके की वजह से भारत और जर्मनी के संबंधों को मजबूती तो मिलेगी साथी जर्मनी में करियर बनाने को लेकर भी लोगों को नए अवसर की प्राप्ति होगी।