क्या आपको भी आया हे PM मोदी का मैसेज, क्या ये हे आचार संहिता का उल्लंघन?

जैसा कि हम सब जानते हैं देश में चुनावी माहौल गर्म  हो चुका है । ऐसे में प्रत्येक पार्टी लगातार अपने प्रचार और प्रसार में लगी हुई है। देश भर में बीजेपी और कांग्रेस के नेताओं में आपस में जंग छिड़ी हुई है । एक ओर जहां बीजेपी हाथ में आई सत्ता जाने नहीं देना चाहती वहीं कांग्रेस लगातार कोशिश कर रही है कि कुछ भी कर बीजेपी को इस चुनाव में समर्थन वोट प्राप्त नहीं होने चाहिए। ऐसे में प्रत्येक पार्टी अपने तरफ से जनता को प्रसन्न करने में लगी हुई है।

इसी क्रम में हाल ही में भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा सभी नागरिकों को व्हाट्सएप पर एक मैसेज भेजा जा रहा है। विकसित भारत समर्थन के नाम से यह मैसेज नागरिकों को मिल रहा है ,जहां देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक पत्र के साथ नागरिकों से संपर्क साधने की कोशिश कर रहे हैं। इस मैसेज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नागरिकों से उनकी प्रतिक्रिया और सुझाव मांग रहे हैं।

लोगो को व्हाट्सप्प पर PM मोदी का मिल रहा संदेश

हाल ही में लोकसभा चुनाव की घोषणा की गई जिस दिन लोकसभा चुनाव की डेट निर्धारित की गई उसी दिन लोगों को व्हाट्सएप के माध्यम से यह मैसेज प्राप्त हो रहे हैं जिसमें पीएम मोदी द्वारा लिखित एक मैसेज लोगों को व्हाट्सएप पर मिल रहा है यह मैसेज इस प्रकार से है “मुझे आपके विचारों सुझाव और समर्थन की आवश्यकता है। मैं वास्तव में आपके सुविचार सुझाव और समर्थन की प्रतीक्षा कर रहा हूं ,क्योंकि हम एक Viksit Bharat के निर्माण के संकल्प को पूरा करने के लिए काम कर रहे हैं।

Viksit Bharat min

क्या यह लोगो की प्राइवेसी का हनन है?

देशभर की जनता को व्हाट्सएप के द्वारा यह मैसेज प्राप्त हो रहा है, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी लोगों से उनका समर्थन मांगते हुए नजर आ रहे हैं। परंतु विपक्ष की माने तो यह आचार संहिता का उल्लंघन है । विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर आरोप लगा रहा है कि लोगों की प्राइवेसी का हनन कर केंद्र सरकार लोगों को व्हाट्सएप पर मैसेज भेज रही है।

एक तरफ से यह आचार संहिता का उल्लंघन है वहीं लोगों की प्राइवेसी का भी हनन है । कई लोग यह पूछ रहे हैं कि केंद्र सरकार के हाथ उनका यह नंबर किस प्रकार लगा ? कुल मिलाकर केंद्र सरकार को अब निशाने पर लिया जा रहा है ,जहां केंद्र सरकार अपने प्रयत्नों और प्रयासों के बारे में नागरिकों से उनके मत जानने की कोशिश कर रही है वहीं कांग्रेस इसे राजनीतिक प्रचार मान रही है।

विपक्ष सरकार लगा रही है आचार संहिता के उल्लंघन का इल्जाम, BJP बता रही है इसे प्रयास

कांग्रेस के दिग्गज नेताओं का कहना है कि यह प्रतिक्रिया लेना नहीं बल्कि लोगों को उनके डिसीजन से भटकाने का काम है । कांग्रेस का मानना है कि सरकार, सरकारी डेटाबेस में लोगों द्वारा उपलब्ध गई जानकारी का दुरुपयोग कर रही है और लोगों के मोबाइल नंबर का इस्तेमाल राजनीतिक प्रचार के लिए कर रही है। वहीं भाजपा सरकार का कहना है कि सरकार इस विकास के लिए लोगों की प्रतिक्रिया के रूप में ही इस्तेमाल कर रही है जहां सरकार लगातार कोशिश कर रही है कि वह आगामी चुनाव के लिए घोषणा पत्र तैयार करने से पहले लोगों से सुझाव मांगे और उसी के आधार पर अपना घोषणा पत्र तैयार करें।

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सरकारी डेटा का गलत इस्तेमाल?

कुल मिलाकर भाजपा की मंशा जो भी रही हो भाजपा द्वारा यह मैसेज कांग्रेस के नेताओं को भी भेजा जा रहा है। जानकारी के लिए बता दे यह मैसेज इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर आईटी सेल के माध्यम से भेजा जा रहा है। जहां डेटाबेस में उपलब्ध सभी नंबरों पर यह मैसेज पहुंच रहा है ।

ऐसे में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं को भी यह मैसेज व्हाट्सएप के द्वारा मिल गया है जिसमें कांग्रेस के नेता मनीष तिवारी ने इस बारे में सोशल मीडिया हैंडल एक पर एक पोस्ट डाली जिसमें उन्होंने यह पूछा कि मेरा नंबर सरकार को कहां से मिला? सरकारी डाटा और सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल कर इस प्रकार लोगों को व्हाट्सएप के द्वारा मैसेज भेजना चुनावी आचार संहिता का उल्लंघन माना जा रहा है’

चुनाव आयोग से की शिकायत

कांग्रेस के दिग्गज नेताओं का कहना है कि यह मैसेज देर रात में लोगों को प्राप्त हो रहा है जो इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय द्वारा भेजा जा रहा है । कुल मिलाकर भाजपा सरकार अपने पावर में होने का गलत फायदा उठा रही है और सरकारी डेटाबेस का गलत उपयोग कर रही है, जिससे लोग चुनावी पार्टी चुनने के दौरान कंफ्यूज हो सकते हैं। यह पूरी तरह से आचार संहिता का उल्लंघन माना जा रहा है।

 इसकी वजह से विपक्ष केंद्र सरकार पर कार्यवाही की मांग करने के लिए चुनावी आयोग से निवेदन कर रही है। फिलहाल चुनावी आयोग द्वारा इस बारे में किसी प्रकार का कोई आदेश सामने नहीं आया है। अब आगे देखना यह होगा कि इस पर केंद्र सरकार क्या प्रतिक्रिया दर्ज करती है और चुनाव आयोग इस पर क्या एक्शन लेता है?

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